mom Janaki granted you the boon to bestow eight siddhi powers and 9 types of wealth. You possess the elixir of devotion to Rama. May you always continue being his devoted servant.
getting polished the mirror of my heart Using the dust of my Guru’s lotus toes, I recite the divine fame of the best king of Raghukul dynasty, which bestows us Using the fruit of each of the 4 efforts.
और मनोरथ जो कोई लावै। सोइ अमित जीवन फ़ल पावै॥
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥१२॥ सहस बदन तुह्मारो जस गावैं ।
भावार्थ– आपने संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण जी को जिलाया। इस कार्य से प्रसन्न होकर भगवान् श्री राम ने आपको हृदय से लगा लिया।
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अर्थ - आपके हाथ मे बज्र और ध्वजा हैं और कन्धे पर मूंज के जनेऊ की शोभा है।
O Hanuman! All disorders and all kinds of discomfort get eradicated when one particular recites or chants Your title. as a result, chanting Your identify routinely is looked upon as incredibly sizeable.
तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै॥
a single who recites this Chalisa a hundred instances is released from all bondages and can achieve good bliss.
व्याख्या – श्री हनुमान जी अष्ट–सिद्धियों से सम्पन्न हैं। उनमें सूक्ष्मातिसूक्ष्म एवं अति विस्तीर्ण दोनों रूपों को धारण करने की विशेष क्षमता विद्यमान है। वे शिव (ब्रह्म) का अंश होने के कारण तथा अत्यन्त सूक्ष्म रूप धारण करने से अविज्ञेय भी हैं ‘सूक्ष्मत्वात्तदविज्ञेयम्‘ साथ ही काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, अहंकार, दम्भ आदि भयावह एवं विकराल दुर्गुणों से युक्त लंका को विशेष पराक्रम एवं विकट रूप से ही भस्मसात् किया जाना सम्भव था। अतः श्री हनुमान जी ने दूसरी परिस्थिति में विराट् रूप धारण किया।
you're golden colored, that you are shining with your stunning apparel. you have got lovely ear-rings within your ear and curly hairs.
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गए अचरज नाहीं॥
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥
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